Paytm (One97 Communications Ltd.) का नाम देश के डिजिटल पेमेंट सेक्टर में सबसे बड़ा है। पिछले कुछ समय में कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को आकर्षित किया है और हाल ही में वेंचुरा ब्रोकिंग और अन्य बड़े ब्रोकरेज संस्थान इसके उज्ज्वल भविष्य को लेकर सकारात्मक रिपोर्ट दे रहे हैं। Ventura ने अपने एनालिसिस में यह अनुमान लगाया है कि अगले 24 महीनों में Paytm का शेयर ₹2,074 के स्तर तक जा सकता है, यानी इसमें लगभग 84% तक तेजी आ सकती है, जबकि वर्तमान में इसका भाव लगभग ₹1,127–₹1,115 के आसपास चल रहा है।
पेटीएम का मजबूत बिजनेस मॉडल
Paytm भारत का अग्रणी डिजिटल फाइनेंशियल प्लेटफार्म है जिसकी सेवाएं उपभोक्ताओं और करोड़ों व्यापारियों तक पहुंचती हैं। जून 2025 तक, पेटीएम के पास 7.4 करोड़ से अधिक मासिक ट्रांजैक्टिंग यूजर्स और 1.3 करोड़ सब्सक्रिप्शन मर्चेंट्स थे। कंपनी की कमाई का मुख्य आधार पेमेंट सर्विस, फाइनेंशियल सर्विस और क्लाउड एवं कॉमर्स सर्विसेस है। Paytm Soundbox और POS मशीन के विस्तार से भी कंपनी को रेकरिंग (Recurring) रेवेन्यू में वृद्धि मिल रही है
वित्तीय प्रदर्शन
2025 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजों ने कंपनी के लिए टर्नअराउंड साबित किया। पिछले वर्ष की तुलना में कंपनी की टोटल इनकम 31% बढ़कर ₹2,158.9 करोड़ हुई है। इसी तिमाही में कंपनी ने ₹122.5 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को लगभग ₹840 करोड़ का नुकसान हुआ था। कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) भी निगेटिव से बढ़कर ₹1.90 हो गई है, और ऑपरेटिंग रिवेन्यू 28% बढ़कर ₹1,918 करोड़ रहा है। वित्तीय सर्विसेज बिजनेस में 100% सालाना वृद्धि और मर्चेंट बेस में मजबूत विस्तार इस तिमाही को खास बनाता है।
शेयर में ब्रोकर और विश्लेषकों की राय
2025 में Paytm शेयर में अब तक करीब 31% की तेजी आ चुकी है। तकनीकी चार्ट्स के अनुसार, अगर शेयर ₹1,290 से ऊपर बंद रहता है तो इसमें और भी बड़ा ब्रेकआउट देखने को मिल सकता है। ब्रोकिंग फर्म्स का मानना है कि निकट भविष्य में शेयर ₹1,400 से लेकर ₹1,600 तक पहुंच सकता है, जबकि लंबी अवधि में ₹1,800 से ₹2,000 तक के लक्ष्य संभव हैं। वेंचुरा और दूसरी संस्थाओं की रिपोर्ट यह दिखाती है कि Paytm अब प्रॉफिट में आ चुका है और उसका बिजनेस मॉडल लंबी रेस के लिए तैयार है
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
सितंबर 2025 की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, Paytm में प्रमोटर की हिस्सेदारी 0% है, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) के पास 54.87%, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) के पास 15.83% और रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 29.3% है। यह इंगित करता है कि कंपनी में विदेशी और संस्थागत निवेशकों का भरोसा लगातार बना हुआ है।
Paytm लगातार अपनी तकनीकी ताकत, किफायती फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और बड़े व्यापारी नेटवर्क के दम पर ग्रोथ दिखा रहा है। लगातार इनोवेशन, UPI में बढ़ती हिस्सेदारी और नये प्रोडक्ट्स (जैसे Paytm Postpaid) से इसकी बाजार पकड़ और मजबूत हो रही है। हालांकि, शेयर बाजार जोखिमों से भरा होता है, इसलिए निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें या फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षणिक जानकारी हेतु है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम सहित होता है, अतः निवेश निर्णय सोच-समझकर लें।