Semiconductor कंपनी भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। Kaynes Technology India Ltd. ने गुजरात के सानंद स्थित अपनी अत्याधुनिक OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly & Test) यूनिट से पहली बार 900 इंटेलिजेंट मल्टी-चिप मॉड्यूल्स (MCMs) अमेरिका को एक्सपोर्ट किए हैं।
यह उपलब्धि भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग मिशन में नया मील का पत्थर है और यह दिखाती है कि देश अब चिप पैकेजिंग और एक्सपोर्ट के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ चुका है।
घोषणा के बाद Kaynes Technology का शेयर ₹7,050 के आसपास पहुंच गया, जो दिनभर में करीब 4% उछला।
कंपनी का मार्केट कैप ₹46,651 करोड़ के पार चला गया, जबकि इसका 52-वीक हाई ₹7,822 और लो ₹3,825.15 रहा।
सानंद प्लांट से शुरू हुई सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की नई कहानी
Kaynes Technology ने “Mission 1.0” के तहत अपने सानंद प्लांट में लगभग ₹1,653 करोड़ का निवेश किया है।
यह भारत का पहला Commercial OSAT Facility है, जहां से Multi-Chip Modules की पैकेजिंग और टेस्टिंग एक ही स्थान पर की जा रही है. कंपनी ने अप्रैल 2025 में पायलट प्रोडक्शन शुरू किया था, और अब सिर्फ छह महीने में ही कमर्शियल एक्सपोर्ट शुरू हो गया।
इतनी तेज़ गति इस बात का संकेत है कि Kaynes ने अपने उत्पादन, क्वालिटी सर्टिफिकेशन और ग्राहक स्वीकृति (Client Qualification) प्रक्रियाओं को विश्व-स्तरीय स्तर पर स्थापित कर लिया है। कंपनी ने कहा कि पहले चरण में AOS Semiconductor (USA) को 900 यूनिट्स भेजी गई हैं, जो अमेरिका के हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इस्तेमाल होंगी।
उत्पादन क्षमता और भविष्य का बड़ा लक्ष्य
वर्तमान में सानंद प्लांट की दैनिक उत्पादन क्षमता 3,000 यूनिट्स है, यानी लगभग 11 लाख यूनिट प्रति वर्ष।
लेकिन Kaynes Technology का बड़ा लक्ष्य अगले पांच वर्षों में हर साल 1 करोड़ यूनिट्स एक्सपोर्ट करने का है।
कंपनी के प्रबंधन के अनुसार, इस लक्ष्य को पाने के लिए
- उत्पादन क्षमता को चरणबद्ध तरीके से 9 गुना तक बढ़ाया जाएगा,
- ऑटोमेशन और एडवांस्ड पैकेजिंग मशीनरी पर भारी निवेश होगा,
- और गुजरात के साथ अन्य राज्यों में भी नई सप्लाई-चेन इकाइयाँ स्थापित की जाएंगी।
क्यों यह एक्सपोर्ट भारत के लिए ऐतिहासिक है
भारत अब तक सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में तो मज़बूत था, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग के मोर्चे पर पिछड़ा हुआ था।
Kaynes Technology की यह डिलीवरी बताती है कि देश अब कमर्शियल स्केल पर चिप मॉड्यूल एक्सपोर्ट करने की स्थिति में पहुँच चुका है। यह कदम न केवल “Make in India – Semiconductor Mission” को गति देगा बल्कि भारत को ग्लोबल चिप सप्लाई चेन का एक सक्रिय सदस्य बना देगा।
यह वही क्षेत्र है जिसमें चीन, ताइवान और कोरिया जैसे देशों का दशकों से दबदबा रहा है।
कंपनी प्रोफाइल: Kaynes Technology क्या करती है?
2008 में मैसूर (कर्नाटक) से शुरू हुई Kaynes Technology India Ltd.
आज देश की अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक सॉल्यूशंस और सेमीकंडक्टर असेंबली कंपनी बन चुकी है। कंपनी के प्रमुख बिजनेस सेगमेंट्स में शामिल हैं —
ऑटोमोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल सिस्टम्स, हेल्थकेयर डिवाइसेज़, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स और रिन्यूएबल एनर्जी सिस्टम्स।
अब OSAT यूनिट जुड़ने के बाद Kaynes का पोर्टफोलियो “Chip Design से लेकर Final Packaging और Testing” तक विस्तारित हो गया है।
यानी अब यह कंपनी end-to-end semiconductor manufacturing ecosystem का हिस्सा बन चुकी है।
स्टॉक में तेजी क्यों आई?
घोषणा के बाद मार्केट में Kaynes Technology के शेयर में जबरदस्त खरीदारी देखी गई।
विश्लेषकों के मुताबिक, यह कदम निवेशकों के भरोसे को मजबूत करता है क्योंकि अब कंपनी के पास न सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग, बल्कि एक्सपोर्ट ऑर्डर का भी प्रूफ है।
ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि आने वाले तिमाहियों में Kaynes का Revenue Mix बदल सकता है — अब Domestic Order की तुलना में Export Contribution तेजी से बढ़ेगा।
इससे कंपनी के मार्जिन और वैल्यूएशन दोनों में सुधार देखने को मिल सकता है।
उद्योग के लिए बड़ा संदेश
Kaynes Technology की यह उपलब्धि केवल कंपनी तक सीमित नहीं है। यह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन की दिशा में एक ठोस कदम है।सरकार पहले ही सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए ₹76,000 करोड़ का प्रोत्साहन पैकेज दे चुकी है।
Kaynes की यह सफलता दिखाती है कि भारतीय कंपनियाँ अब इस सपोर्ट को वास्तविक उत्पादन और एक्सपोर्ट में बदलने लगी हैं।
इंटेलिजेंट पावर मॉड्यूल्स की मांग इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, औद्योगिक ऑटोमेशन और स्मार्ट ग्रिड सिस्टम्स में तेजी से बढ़ रही है।
इसलिए यह एक्सपोर्ट केवल आज की खबर नहीं, बल्कि आने वाले दशक की दिशा तय करने वाला संकेत है।
निवेशकों के लिए क्या संदेश है?
शेयर फिलहाल ₹7,000 के स्तर पर ट्रेड हो रहा है, जबकि 52-वीक हाई ₹7,822 है। एनालिस्ट्स के अनुसार, अगर अगले दो तिमाहियों में कंपनी अपने उत्पादन विस्तार और एक्सपोर्ट टारगेट्स को जारी रखती है, तो स्टॉक में ₹8,500–₹9,000 तक का स्तर दिख सकता है।
हालांकि, लॉन्ग-टर्म निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि सेमीकंडक्टर सेक्टर पूंजी-गहन (Capital Intensive) होता है और शुरुआती वर्षों में निवेश रिटर्न धीरे आता है।
निष्कर्ष
Kaynes Technology ने भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग को एक नई ऊँचाई पर पहुंचा दिया है। भारत से पहला कमर्शियल Multi-Chip Module Export केवल एक व्यापारिक उपलब्धि नहीं, बल्कि एक टेक्नोलॉजिकल आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।₹1,653 करोड़ निवेश, अमेरिका को 900 यूनिट्स की पहली खेप और 1 करोड़ एक्सपोर्ट का लक्ष्य —
ये तीन बातें भारत की “Chip Power Revolution” की शुरुआत का संकेत हैं।
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