Hindustan Construction कंपनी लिमिटेड (HCC) को पटना मेट्रो Railway कॉरपोरेशन लिमिटेड (PMRCL) से दो बहुत ही महत्वपूर्ण कॉन्ट्रैक्ट मिले हैं। इन प्रोजेक्ट्स की कुल कीमत लगभग ₹2,566 करोड़ है। इसमें एक अनुबंध ₹1,418.3 करोड़ का और दूसरा ₹1,147.51 करोड़ का है। दोनों प्रोजेक्ट्स के तहत कंपनी को पटना मेट्रो के फेज-1 में 10.67 किलोमीटर की अंडरग्राउंड टनल और 6 मेट्रो स्टेशन का निर्माण करना है। काम के लिए आधुनिक टनल बोरिंग मशीन (TBM) का इस्तेमाल किया जाएगा, जो बहुत ही एडवांस्ड टेक्नोलॉजी है।
प्रोजेक्ट का पूरा विवरण
पहला पैकेज PC-05 में मिथापुर में अंडरग्राउंड रैंप, ट्विन टनल, कट-एंड-कवर टनल का निर्माण और तीन स्टेशन – विकास भवन, विद्युत भवन और पटना स्टेशन का निर्माण शामिल है।
दूसरा पैकेज PC-06 में रुकनपुरा में अंडरग्राउंड रैंप और तीन स्टेशन – रुकनपुरा, राजा बाजार और पटना जू का निर्माण शामिल है।
इन दोनों प्रोजेक्ट्स में आर्किटेक्चरल फिनिशिंग, वाटर सप्लाई, सैनीटेशन, ड्रेनेज और स्टेशन यूटिलिटीज का भी काम दिया गया है। पूरा निर्माण डानापुर-खेमनीचक कॉरिडोर के तहत किया जाएगा।
शेयर मार्केट में Hindustan Construction कंपनी का प्रदर्शन
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर बीएसई पर इस खबर के बाद लगभग 5% तेज़ी के साथ ₹30 तक पहुंच गया। हालांकि, कंपनी का भाव 50 रुपये से कम ही है। सितंबर 23, 2025 को HCC के शेयर की कीमत ₹29.46 थी, और कंपनी का मार्केट कैप ₹5,205–₹5,360 करोड़ के आसपास है। बीते छह महीने में कंपनी के शेयर में लगभग 4.5% की तेजी आई है, लेकिन एक साल में शेयर 33% टूट चुका है। लंबी अवधि में HCC ने अच्छे रिटर्न दिए हैं: 3 साल में 138% और 5 साल में करीब 458% का रिटर्न मिला है
हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी का मेट्रो प्रोजेक्ट
HCC देश भर में मेट्रो निर्माण में अग्रणी कंपनी रही है। इसने दिल्ली मेट्रो, बेंगलुरु मेट्रो, मुंबई मेट्रो लाइन-1 और कोलकाता मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स को भी सफलतापूर्वक पूरा किया है। फिलहाल HCC मुंबई मेट्रो लाइन-3, इंदौर मेट्रो और चेन्नई मेट्रो के कई हिस्सों पर भी काम कर रही है। इस नए पटना मेट्रो प्रोजेक्ट से कंपनी के अनुभव और ब्रांड वैल्यू में और इजाफा होने की उम्मीद है।
निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह प्रोजेक्ट?
HCC का नया प्रोजेक्ट न केवल कंपनी के लिए बल्कि निवेशकों के लिए भी आशाजनक संकेत है। इतने बड़े वर्क ऑर्डर से कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिटेबिलिटी में आगे बढ़ने का मौका मिल सकता है। लेकिन ध्यान रहे, शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। पिछले एक साल में शेयर की कीमत नीचे आई है, लेकिन बार-बार मिले बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स से फिर से ग्रोथ की संभावना दिख रही है।
(यह कोई निवेश सलाह नहीं है, निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें)











